शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

कितने रूप पानी के

                                                           कितने रूप पानी के


पानी हमेशा पानी जैसा नहीं दिखता है | पानी का एक बहुत अच्छा गुण होता है की पानी बहुत आसानी से कहीं भी घुल मिल जाता है | ये ऐसा गुण है जो सभी को सीखना चाहिए | गर्मियाँ आते ही हम तरह तरह के पेय पदार्थों का सेवन करने लगते हैं | सड़क के किनारे जगह-जगह पर सिकंजी के ठेले मिल जाते है | हम बड़े चाव से छाछ , सरबत  और जलजीरा पीते हैं | हमारे शरीर के लिए पानी बहुत जरूरी होता है | अगर पानी की कमी हो जाती है तो हमे देने के लेने पड़ जाते हैं | इसीलिए हमें पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए | आजकल लोग पारम्परिक पेय पदार्थों का उपयोग थोड़ा कम करने लगे हैं क्योंकि मार्केट में बहुत सारे colddrinks प्रचलन में हैं | कोकाकोला , पेप्सी जैसे अनेक ब्रांड तरह तरह के शीतल पेय बनाते हैं और लोग धड़ल्ले से उनका इस्तेमाल करते हैं |  हम भूल जाते हैं की हमारे स्वास्थ्य के लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा है | इन शीतल पेयों में सोडा और एसिड तक का इस्तेमाल होता है | हड्डियों के लिए भी colddrink  हानिकारक होती है | कोडड्रिंक मेन इतना कास्टिक होता है की इससे टॉइलेट भी साफ किया जा सकता है | अब आप सोच सकते हैं की यह हमारे शरीर को कितना नुकसान पहुंचाती होगी |  आज हमारे जीवन में कोल्डड्रिंक फैशन की तरह शामिल हो गई है | कोई भी छोटी मोटी पार्टी हो या कोई बड़ा त्योहार कोल्डड्रिंक जरूर मंगाई जाती है | हम तो यह भी नहीं देखते की यह कोल्डड्रिंक कब पैक की गई थी | हम वही हैं जो दो दिन का भरा हुआ पानी भी नहीं पीते लेकिन कोल्डड्रिंक बड़ी शौक से पीते हैं और मॉडर्न बन जाते हैं | कोल्डड्रिंक की वजह से ही हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक लस्सी और गन्ने के रस जैसे पेय हमसे दूर होते जा रहे हैं | कोडड्रिंक कभी प्यास नहीं बुझाती है बल्कि डिहाइड्रेशन कर देती है जिससे पानी की कमी हो जाती है और हम बीमार हो जाते हैं | प्यास बुझाने के लिए तो पाने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है | कई लोगों के घरों मेन तो  रेफ्रीजरेटर में हमेशा कोल्डड्रिंक राखी रहती है और नशे की तरह लोग इसका सेवन करते रहते हैं | अब तो लोग यह भी नहीं देखते की सर्दी का मौसम है या गर्मी का , बस कोल्डड्रिंक पीते रहते हैं | एक बोतल कोल्डड्रिंक केवल कुछ पैसों में तैयार हो जाती है लेकिन वही बोतल हमें ऊंची कीमतों में बेच दी जाती है और हम बड़ी शौक से खरीदकर पीते हैं | हम जो पैसे खर्च करते है उसका मैक्सिमम हिस्सा विदेश जाता है | ऐसे में हम क्यूँ ना देशी पेय का इस्तेमाल करें और अपना स्वास्थ्य भी बनाए रखें | कई बार तो ऐसे केस आ चुके हैं जिसमें कोल्डड्रिंक की बोतल में अवांछित चीजें पाई गई हैं , लेकिन हम आज भी इसे गंगाजल मान कर बड़े प्रेम से पीते रहते हैं | अगर हम खाना खाने के बाद कोल्डड्रिंक पी लेते हैं तो हमारे पाचन तंत्र को दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है | ऐसे में पेट से संबन्धित बहुत सारी बीमारियाँ भी हो जाती हैं | हमें कोशिश करनी चाहिए की कोल्डड्रिंक कम से कम पीना चाहिए और पानी ज्यादा से ज्यादा पीना चाहिए |

हम बहुत सौभाग्यशाली हैं की हमारे देश में खाने और पीने की बहुत सारी चीजें हैं | हमारे यहाँ तरह तरह के स्वादिष्ट और स्वास्थ्य वर्धक पेय मौजूद हैं और कम कीमतों पर आसानी में मिल भी जाते हैं तो हम क्यूँ कोल्डड्रिंक के आदी हो जाएँ | किसी भी चीज की बहुतायत अच्छी नहीं होती है | हमें अपनी कोल्डड्रिंक पीने की आदत पे भी थोड़ा कंट्रोल करना चाहिए | प्यास बुझाने के लिए सोच समझकर पेय का चुनाव करना चाहिए और आवश्यक मात्र में पानी जरूर पीना चाहिए जिससे गर्मियों में हम बीमारियों से दूर रह सकें |

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